Skip to main content

नींबू के 14 फायदे, उपयोग और नुकसान – All About Lemon (Nimbu) in Hindi

 छोटा सा दिखने वाला नींबू औषधीय गुणों का खजाना है। इसके रस का इस्तेमाल जायकेदार व्यंजनों से लेकर कई तरह की रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स बनाने के लिए किया जाता है। भले ही नींबू स्वाद में खट्टा हो, लेकिन नींबू के फायदे कई हैं। नींबू का उपयोग शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। यही कारण है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम न सिर्फ नींबू के गुण बताएंगे बल्कि नींबू का उपयोग किन-किन तरीकों से किया जा सकता है, यह जानकारी भी साझा करेंगे। इस लेख में नींबू के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में ही विस्तार से बताया गया है। आइए, इस लेख के जरिए जानते हैं नींबू के बारे में कुछ खास

नींबू के औषधीय गुण- 
नींबू खासतौर पर अपने खट्टे रस के लिए उपयोग में लाया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण मौजूद हैं। 
1 यह विटामिन-सी से भरपूर होता है। इसके साथ ही इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, फाइबर जैसे पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं
2 इसके अलावा, यह एंटी-कैंसर, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भी समृद्ध है। वहीं, यह रक्त को साफ करने और अस्थमा की स्थिति में भी उपयोगी हो सकता है 
 वजन कम करने के लिए नींबू के फायदे
अगर कोई वजन घटाने के लिए प्राकृतिक उपाय की तलाश में है, तो नींबू लाभकारी हो सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, नींबू में मौजूद पॉलीफेनॉल्स बढ़ते मोटापे को नियंत्रित कर सकते हैं। शरीर में अतिरिक्त फैट के जमाव को रोकने के लिए ये पॉलीफेनॉल्स कारगर माने गए हैं 
इसी विषय पर किए गए एक अन्य शोध में, एक डिटॉक्स ड्रिंक के रूप में नींबू शरीर से फैट को कम करने में मदद कर सकता है 
नींबू को विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत माना गया है और वजन घटाने के लिए विटामिन-सी सबसे खास तत्व माना जाता है 
वजन घटाने के लिए कई लोग नींबू पानी में शहद का सेवन भी करते हैं, जो वजन घटाने के लिए एक सुरक्षित घरेलू उपाय हो सकता है 
इसके साथ डाइट और व्यायाम पर ध्यान देना भी आवश्यक है।
2 कैंसर के लिए नींबू
इसमें कोई शक नहीं कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है और इसका एक मात्र उपाय डॉक्टरी इलाज ही है। हालांकि, जीवनशैली और खानपान की आदतों में बदलाव कर इसके जोखिम को कम जरूर किया जा सकता है खासतौर पर अगर सिट्रस फल जैसे – संतरे और नींबू की बात की जाए, तो इनके सेवन से कैंसर से बचाव हो सकता है
 एक अध्ययन के अनुसार नींबू जैसे सिट्रस फलों का सेवन करने से अग्नाशय के कैंसर (Pancreatic Cancer) से बचा जा सकता है 
एक अन्य अध्ययन के अनुसार, नींबू में मौजूद फ्लेवोनोइड्स एंटीकैंसर के रूप में काम कर सकते हैं साथ ही सिट्रस फलों में एंटी-ट्यूमर और केमोप्रीवेंटिव गुण भी मौजूद है
3 फीवर के लिए नींबू
बुखार होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण प्रमुख हैं ऐसे में यहां नींबू का सेवन मददगार हो सकता है।
कई लोग बुखार के लिए घरेलू उपाय के तौर पर भी नींबू का उपयोग करते हैं
अगर बात करें नींबू के गुण की, तो यह विटामिन-सी से समृद्ध होता है और इससे बैक्टीरिया व वायरस के कारण होने वाले संक्रमण से बचाव करने में मदद मिल सकती है
सामान्य गले की खराश के लिए भी नींबू का उपयोग किया जा सकता है

4 हृदय के लिए नींबू
नींबू का रस हृदय को स्वस्थ रखने में भी अहम भूमिका निभा सकता है। जैसा कि हमने बताया कि नींबू विटामिन-सी बड़ा स्रोत है और विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं 
कई बार ब्लड प्रेशर की समस्या भी हृदय रोग का कारण बन सकती है ऐसे में कुछ वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि विटामिन-सी रक्तचाप को नियंत्रित करने का काम भी करता है, जो हृदय के लिए लाभकारी हो सकता है 
नींबू जैसे सिट्रिक फल फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होते हैं, जो एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में प्लाक जमना) के उपचार में मदद कर सकते हैं
 सिट्रस फ्लेवोनोइड्स की क्षमता की बात की जाए, तो यह ऑक्सीडेटिव तनाव, हाइपरलिपिडेमिया (Hyperlipidemia – खून में जमा फैट), सूजन को कम करने, धमनी रक्तचाप और लिपिड चयापचय में सुधार का काम कर सकता है 
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए दैनिक जीवन में नींबू को शामिल किया जा सकता है।

5. किडनी स्टोन के लिए नींबू
जिनको किडनी स्टोन की शिकायत है, वो अपने डाइट में नींबू को शामिल कर सकते हैं। दरअसल, नींबू में मौजूद सिट्रेट गुण स्टोन्स को बनने से रोक सकता है ऐसे में भरपूर मात्रा में पानी के साथ-साथ नींबू पानी का सेवन भी लाभकारी हो सकता है। बेहतर है कि इस बारे में डॉक्टरी सलाह भी ली जाए।

6. एनीमिया से बचाव के लिए नींबू
अगर शरीर को सही मात्रा में आयरन न मिले, तो खून की कमी यानी एनीमिया का जोखिम हो सकता है ऐसे में एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित स्टडी के अनुसार, अगर आयरन युक्त खाद्य पदार्थों के साथ विटामिन-सी युक्त आहार का सेवन किया जाए, तो शरीर में आयरन के सही अवशोषण में मदद मिल सकती है इस स्थिति में आयरन युक्त आहार के साथ नींबू, जो कि एक विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ है लाभकारी हो सकता है और खून की कमी के जोखिम से बचाव कर सकता है।

7. रोग प्रतिरोधक क्षमता
अगर व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून पावर सही हो, तो व्यक्ति का शरीर बीमारियों के जोखिम से बच सकता है। ऐसे में विटामिन-सी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने में काफी सहायक हो सकता है। विटामिन-सी कई तरह की शारीरिक समस्याओं से शरीर का बचाव कर सकता है ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने, खुद को बीमारी से बचाव करने के लिए घरलू उपाय के तौर नींबू को आहार में शामिल किया जा सकता है।

8. लिवर के लिए नींबू रस के फायदे
नींबू या नींबू रस के फायदे की बात की जाए, तो यह लिवर के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। एक शोध में, अल्कोहल से प्रभावित लीवर पर नींबू की सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया देखी गई है। इसका कारण नींबू में मौजूद हेपटॉपरटेक्टिव (Hepatoprotective) गुण को माना जा सकता है 
एक अन्य शोध के अनुसार, बिना चीनी का फर्मेन्टेड नींबू जूस लिवर की सूजन और चोट में सुधार करने में सहायक हो सकता है 
 ये शोध जानवरों पर किए गए हैं, ऐसे में इंसानों पर इसका कितना असर होगा, इस बारे में अभी और शोध की जरूरत है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए नींबू के जूस का सेवन किया जा सकता है।

9. श्वसन स्वास्थ्य के लिए नींबू
श्वसन समस्या की बात करें, श्वसन तंत्र के संक्रमण से कई तरह की समस्याएं जैसे – दमा, खांसी, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया या अन्य फेफड़ों से संबंधित परेशानियां हो सकती है
ऐसे में शोध के अनुसार विटामिन-सी श्वसन तंत्र के संक्रमण से बचाव में सहायक हो सकता है 
विटामिन-सी युक्त नींबू का सेवन सूजन और संक्रमण से भी लड़ने में सहायक हो सकता है। इतना ही नहीं, नींबू का जूस और शहद मिलाकर घरेलू कफ सिरप भी तैयार कर सेवन किया जा सकता है 
विटामिन-सी पूरक और चिकित्सीय खुराक का कॉम्बिनेशन सीने में दर्द, बुखार और ठंड लगने की समस्या से भी राहत दिला सकता है

10. ब्लड प्रेशर के लिए नींबू
नींबू में मौजूद विटामिन-सी ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने का काम काम कर सकता है 
इसी विषय में किए गए शोध में यह भी पाया गया है कि नींबू का सेवन और नियमित वॉक करने से रक्तचाप का स्तर कम हो सकता है
अगर कोई ब्लड प्रेशर की दवाइयों का सेवन कर रहा है, तो नींबू का उपयोग करने से पहले, एक बार डॉक्टरी सलाह भी जरूर लें।

11. मुंहासों के लिए नींबू
नींबू सिर्फ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकता है। मुंहासों से प्रभावित त्वचा पर नींबू का जूस या नींबू का तेल लगाया जा सकता है 
 हल्के-फुल्के मुंहासो के लिए इसे एक प्रभावकारी घरेलू नुस्खे की तरह उपयोग किया जा सकता है।

12. स्ट्रेच मार्क्स
शरीर के वजन और आकार में बदलाव के कारण नजर आने वाले स्ट्रेच मार्क्स कई लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं 
ऐसे में विटामिन-सी स्ट्रेच मार्क्स की समस्या को कम कर सकता है। एक स्टडी के अनुसार विटामिन-सी त्वचा में कोलेजन को बढ़ाकर स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में सहायक हो सकता है
ऐसे में स्ट्रेच मार्क्स की परेशानी को कम करने के लिए नींबू का सहारा ले सकते हैं। हालांकि, स्ट्रेच मार्क्स के दाग को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन उपाय करने से दाग हल्के हो सकते हैं। इसके अलावा नींबू एक घरेलू उपाय के तौर पर है, इसे लेकर शोध का अभाव है, इसलिए नींबू का असर यह दाग की स्थिति पर भी निर्भर करता है।

13. झुर्रियों के लिए
झुर्रियों को कम करने के लिए नींबू कारगर हो सकता है। नींबू में मौजूद विटामिन-सी की यहां सुरक्षात्मक भूमिका देखी जा सकती है। विटामिन-सी एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट है और झुर्रियों को हटाकर एजिंग के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंटी-एजिंग गुण इसका कारण हो सकता है 
विटामिन-सी कोलेजन को बढ़ा सकता है और सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से त्वचा की रक्षा भी कर सकता है
ऐसे में नींबू का उपयोग किया जा सकता है। 
एक अन्य शोध में यह बात भी सामने आई है कि सिट्रस फलों के जूस के सेवन से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाली प्रीमैच्योर स्किन एजिंग से बचाव हो सकता है तो, नींबू का रस लगाना और इसका सेवन करना दोनों मामलों में यह लाभकारी हो सकता है।

14. बालों के लिए नींबू
बालों की बात करें, तो डैंड्रफ की समस्या काफी आम है। डैंड्रफ लगभग 50 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करती है 
ऐसे में बालों में नींबू का रस लगाने के फायदे में नींबू का रस डैंड्रफ कम करने के लिए एक आसान घरेलू उपाय हो सकता है। नींबू स्कैल्प और बालों को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है 
बालों में नींबू कैसे लगाएं-एक कटोरी में निम्बू का रस निकालें और रूई की मदद से लगाएं।

नींबू के पौष्टिक तत्व – Lemon Nutritional Value in Hindi

पौष्टिक तत्वप्रति 100 ग्राम
पानी88.98 ग्राम
ऊर्जा29 केसीएएल
प्रोटीन1.1 ग्राम
टोटल लिपिड (फैट)0.3 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट9.32 ग्राम
फाइबर2.8 ग्राम
शुगर2.5 ग्राम
कैल्शियम26 मिलीग्राम
आयरन 0.6 मिलीग्राम
मैग्नीशियम8 मिलीग्राम
फास्फोरस16 मिलीग्राम
पोटेशियम138 मिलीग्राम
सोडियम2 मिलीग्राम
जिंक0.06  मिलीग्राम
कॉपर0.037 मिलीग्राम
मैंगनीज0.03 मिलीग्राम
 सेलेनियम0.4 माइक्रोग्राम
विटामिन-सी53 मिलीग्राम
विटामिन बी 60.08 मिलीग्राम
फोलेट, टोटल 11 माइक्रोग्राम
कोलीन, टोटल5.1 मिलीग्राम
विटामिन ए, आरएई1 माइक्रोग्राम
कैरोटीन बीटा3 माइक्रोग्राम
कैरोटीन अल्फा1 माइक्रोग्राम
विटामिन ए आईयू22 आईयू
ल्यूटिन-जिआजेंथिन11 माइक्रोग्राम
विटामिन-ई (अल्फा टोकोफेरॉल)0.15 मिलीग्राम
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड0.039  ग्राम
फैटी एसिड्स, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड0.011 ग्राम
फैटी एसिड्स, टोटल पोलीअनसैचुरेटेड0.089 ग्राम
नींबू का उपयोग – the way to Use Lemon in Hindi
नीचे पढ़ें नींबू के फायदे के लिए इसका किन-किन तरीकों से उपयोग किया जा सकता है।
  • नींबू का उपयोग जूस के तौर पर किया जा सकता है।
  • नींबू के रस का उपयोग सलाद में किया जा सकता है।
  • नींबू की चाय पी सकते हैं।
  • नींबू का उपयोग सोडा या मोजितो बनाने में किया जा सकता है। कई लोग खाना खाने के बाद निम्बू पानी पीने के फायदे के लिए नींबू सोडा का सेवन करते हैं।
  • गैस की समस्या हो, तो आधे नींबू पर अजवाइन डालकर और फिर तवे पर उसे गर्म करके चाट सकते हैं।
  • नींबू का अचार बनाया जा सकता है।
  • नींबू का रस मुंहासों पर या स्ट्रेच मार्क्स पर लगा सकते हैं।
  • डैंड्रफ दूर करने के लिए भी कई लोग नींबू के रस का उपयोग करते हैं।
  • बालों में मेहंदी लगाते वक्त नींबू का रस डाल सकते हैं।
  • फ्रिज या माइक्रोवेव साफ करने के लिए नींबू का उपयोग किया जा सकता है।
  • कपड़ों को साफ करने के लिए भी नींबू के जूस का उपयोग किया जा सकता है।

नींबू पानी बनाने की विधि

सामग्री

  1. एक से दो गिलास पानी

  1. एक नींबू
  2. स्वादानुसार चीनी
  3. स्वादानुसार काला नमक (वैकल्पिक)
  4. स्वादानुसार चाट मसाला (वैकल्पिक)
  5. एक से दो बर्फ के टुकड़े (वैकल्पिक)

बनाने की विधि

  1. सबसे पहले नींबू को दो टुकड़ों में काट लें।
  2. अब पानी को किसी जग में निकाल लें और इसमें नींबू को निचोड़ लें।
  3. फिर पानी में चीनी, काला नमक और चाट मसाला डालकर तब तक मिलाएं जब तक सभी सामग्री पानी में अच्छी तरह मिल न जाएं।
  4. अब इसे छान लें और गिलास में बर्फ के टुकड़े डालकर सर्व करें।

नींबू की चाय बनाने के बारे में

सामग्री

  1. एक से दो कप पानी
  2. अपनी पसंद का एक टी बैग
  3. एक छोटा चम्मच नींबू का रस
  4. एक चम्मच शहद
  5. आधा चम्मच पुदीने के पत्ते (वैकल्पिक)

बनाने की विधि

  1. पहले पानी को एक पैन में उबाल लें।
  2. अब इसे एक कप में निकाल लें।
  3. फिर इसमें टी बैग डालकर, थोड़ी देर रहने दें।
  4. अब इसमें नींबू का जूस, पुदीने के पत्ते और शहद मिलाकर सेवन करें।

नींबू को लम्बे समय तक सुरक्षित कैसे रखें

  1. सबसे पहले सही नींबू का चुनाव करें।
  2. कभी भी नर्म और गले हुए नींबू न खरीदें।
  3. भूरे रंग के धब्बे वाले नींबू न खरीदें।
  4. ऐसे नींबू चुनें, जो चमकीले पीले हों।
  5. अब नींबू को रूम टेम्प्रेचर पर रख सकते है। रूम टेम्प्रेचर पर रखने से नींबू कम से कम सात दिन सुरक्षित रह सकते हैं।
  6. वहीं, फ्रिज में रखने से कई हफ्तों तक नींबू सुरक्षित रह सकते हैं।


Comments

Popular posts from this blog

PDS Odisha New Ration Card List 2023 (GP / Block Wise) | Check Food Status Online

The Food Supplies & Consumer Welfare Department of Odisha has recently unveiled the updated 2023 PDS Odisha ration card list online, organized by villages. This release enables all individuals who have recently registered for a Ration Card to easily locate their names within the Food Odisha Ration Card list and obtain a printable version.= For those whose names do not appear on the Odisha Ration Card Holder List for 2023, there is now an option to download the Odisha ration card application form in PDF format. Furthermore, citizens have the convenience of checking their food status online, categorized by Gram Panchayat or Block Wise Ration Card List. For additional details and to access resources such as the final priority list based on ration cards, NFSA Cards, and Beneficiaries' information, you can visit pdsodisha.gov.in or foododisha.in.   Odisha Ration Card is an essential document for the poor people to take benefits of subsidized food by Public Distribution System (PDS).

UIDAI Aadhaar Services – How To Generate Virtual ID Number at uidai.gov.in

 The Unique Identification Authority of India (UIDAI) has introduced a valuable offering known as the 16-digit Virtual Identity (VID) Number for all residents. With this development, individuals will no longer be required to divulge their 12-digit Biometric Identification Number or Aadhaar Number in various situations. Instead, they can easily generate or retrieve their VID through the UIDAI Portal and utilize it for any necessary purposes. The Virtual ID will serve as a replacement for the Aadhaar Number in processes involving authentication and Know Your Customer (KYC) requirements. This innovative UIDAI Aadhaar Service is designed to enhance the privacy and security of the Aadhaar Database, providing individuals with added confidence in their personal information. The 16-digit Virtual ID serves as a protective barrier within the Aadhaar Database, addressing the privacy apprehensions of the populace. Individuals can employ this Aadhaar Service for activities such as acquiring a new S

ई-बुक क्या है? eBook कैसे लिखे और बनाये? Information About eBook In Hindi

  eBook क्या होता है? What is an eBook? दोस्तों जैसे की नाम से ही पता चलता है। कि ये एक बुक होती है। लेकिन ये कैसी बुक होती है। eBook का पूरा नाम  electric book होता है। आप इसे pdf भी कह सकते है। इस तरह की book एक इलेक्ट्रोनिक book होती है , जिसे केवल आप मोबाइल या कंप्यूटर पर ही पढ़ सकते है। ई-बुक की कोई print कॉपी नहीं होती है। लेकिन यदि आप चाहे तो ऐसे प्रिंट भी कर सकते है।  जिस तरह बुक का कोई न कोई लेखक और owner होता है। उसी तरह ई-बुक का भी कोई लेखक और कोई न कोई owner होता है। ईबुक बिलकुल बुक की तरह ही होती है। यहां पर मैं आपको बता दूं कुछ लोग पीडीऍफ़ और ई-बुक में भ्रमित रहते है। वो समझते है कि ई-बुक और पीडीऍफ़ अलग अलग होती है। लेकिन ये सच नहीं है। पीडीऍफ़ और ई-बुक दोनों एक ही चीज़ होती है  computer और मोबाइल का use दिन पर दिन बढ़ रहा है। जिससे eBook की भी डिमांड बढ़ती जा रही है। इस्ससे आपको ये फायदा है कि आपको भरी भरकम किताब धोना नहीं पड़ता है। और न ही उनकी सुरक्षा ही करनी होती है। और आप जब चाहे जहा चाहे वहां पर eBook रीड कर सकते है। ई-बुक क्या है? eBook कैसे लिखे और बनाये? Information Abou