आयुष्मान सहकार योजना का अर्थ – NCDC Ayushman Sahakar Yojana 2020
आयुष्मान सहकार योजना कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की पहल है। इस योजना का शुभारंभ 19 अक्टूबर, 2020 को कृषि राज्य मंत्री परसोत्तम रूपाला ने किया। उन्होंने इस योजना को ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली करार दिया। बता दें कि योजना का ब्लू प्रिंट शीर्ष स्वायत्त विकास वित्त संस्थान राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम यानी एनसीडीसी ने तैयार किया है।
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह आयुष्मान सहकार पर आधारित है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए केंद्र सरकार हेल्थ केयर इंफ्रास्ट्र्क्चर बनाने में सहकारी समितियों को शामिल करेगी। इन समितियों के काम में सेवाओं की देखभाल का जिम्मा भी शामिल होगा। आपको बता दें कि एनसीडीसी कृषि उपज के उत्पादन, प्रोसेसिंग, मार्केटिंग, स्टोरेज, एक्सपोर्ट, इंपोर्ट, औद्योगिक माल पशु और अन्य कुछ अधिसूचित सेवाओं के लिए सहकारी समितियों के वित्त पोषण का कार्य करता है।
आप जानते ही हैं कि भारत की 70 फीसदी जनसंख्या आज भी गांवों में ही निवास करती है। यहां स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बदतर है। यह किसी से छिपा नहीं है। धनी मानी लोग शहरों के अस्पतालों में महंगा इलाज करा लेते हैं, लेकिन गांवों की आबादी अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में बड़ी संख्या में अपने हाल मरने को मजबूर है। कोरोना संक्रमण काल में हालात बद से बदतर हो गए। ढेरों, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के अभाव में दम तोड़ गए।
आयुष्मान सहकार योजना की पात्रता – Eligibility for Ayushman Sahakar Yojana
किसी भी राज्य में सहकारिता अधिनियम के तहत पंजीकृत सहकारी समितियां।
एनसीडीसी सहायता सीधे नहीं ली जा सकेगी।
एनसीडीसी की मदद केंद्र सरकार या राज्य सरकार या संघ शासन के माध्यम से प्रदान की जाएगी।
आयुष्मान सहकार योजना की खास बातें – Highlights of Ayushman Sahakar Scheme
इस योजना का लाभ केवल ग्रामीण क्षेत्रों को ही मिलेगा।
योजना के अंतर्गत एनसीडीसी की ओर से दस हजार करोड़ रूपये का कर्ज सहकारी समितियों को दिया जाएगा।
कोई भी सहकारी समिति, जिसके उप नियमों में स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित गतिविधियां संचालित करने के लिए उपयुक्त प्रावधान हैं, एनसीडीसी निधि से राशि प्राप्त कर सकेगी।
सहकारी समितियों की ओर से अस्पताल, मेडिकल काॅलेज, आयुष अस्पताल, लैब, डायग्नोस्टिक सेंटर, दवा केंद्र आदि खोले जाएंगे। इससे ग्रामीण इलाकों का विकास होगा।
एनसीडीसी की ओर से मिलने वाले लोन की ब्याज दर 9.6 रहेगी।
आयुष्मान सहकार योजना के तहत अस्पतालों के निर्माण, आधुनिकीकरण, विस्तार, मरम्मत, नवीकरण, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा का बुनियादी ढांचा शामिल किया है।
इसके अलावा अस्पताल/मेडिकल काॅलेज/आयुष/दंत चिकित्सा/नर्सिंग/फार्मेसी/ पैरामेडिकल/फिजियोथेरेपी काॅलेजों में स्नातक/स्नातकोत्तर कार्यक्रम, योग कल्याण केंद्र, आयुर्वेद/एलोपैथी/यूनानी सिद्ध/होम्यापैथी और अन्य पारंपरिक चिकित्सा स्वास्थ्य केंद्र, बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, उपशाम देखभाल सेवाएं, विकलांग व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं और आघात केंद्र, फिजियोथेरेपी सेंटर, मोबाइल क्लीनिक, हेल्थ क्लब और जिम, आयुष फार्मास्युटिकल्स विनिर्माण, औषधि परीक्षण प्रयोगशाला, डेंटल केयर सेंटर, नेत्र देखभाल केंद्र, प्रयोगशाला सेवाएं, ब्लड बैंक, पंचकर्म, क्षार सूत्र चिकित्सा केंद्र, यूनानी चिकित्सा पद्धति की रेजीमेंटल थेरेपी, मातृ एवं शिशु देखभाल सेवाएं, प्रजनन और बाल स्वास्थ्य सेवाएं भी इसमें शामिल होंगी।
आयुष सहकार योजना योजना के तहत इन सेवाओं को भी एनसीडीसी की ओर से सहायता के लिए उपयुक्त माना जा सकता है-जैसे कि टेलीमेडिसिन, डिजिटल हेल्थ से संबंधित सूचना औरकम्युनिकेशन टेक्नोलाजी, इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथाॅरिटी यानी आईआरडीए की ओर से मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य बीमा आदि।
आयुष्मान सहकार योजना के जरिये गांवों के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी लाने और वर्तमान स्थिति में आमूलचूल परिवर्तन की तैयारी है। यदि यह योजना अपने मकसद में खरी उतरती है तो कोविड-19 जैसी महामारी की स्थिति में भी लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं हासिल हो सकेंगी।
आयुष्मान सहकार योजना का उद्देश्य – The objective of Ayushman Sahakar Yojana
इसका उद्देश्य देश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं के बुनियादी ढांचे में सुधार करना है। चिकित्सा तंत्र को मजबूत करना है। इसके तहत राष्ट्र्ीय सहकारी विकास निगम ग्रामीण इलाकों में अस्पताल और मेडिकल काॅलेज खोलने के लिए सहकारी समितियों को दस हजार करोड़ का कर्ज मुहैया कराएगा। यह कर्ज उन्हें सस्ती और किफायती दरों पर उपलब्ध कराया जाएगा
खुद एनसीडीसी के प्रबंध निदेशक संदीप नायक ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से मीडिया को इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयुष्मान सहकार योजना का फोकस ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं के ढांचे को मजबूत बनाना है। कोरोना संकट के बाद से यह जरूरी हो गया है। देश में 16 लाख सहकारी संस्थाएं हैं, जो कृषि, एग्रो प्रोसेसिंग आदि क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर रही हैं। आयुष्मान सहकार योजना के माध्यम से इन समितियों को चिकित्सा एवं दवा के क्षेत्र में कार्य के लिए किफायती लोन मुहैया कराए जाएंगे।
इन संस्थाओं को मेडिकल कालेज काॅलेज खोलने की भी अनुमति होगी। इससे ग्रामीण इलाकों में लोगों को बेहतर इलाज मिलना संभव हो पाएगा। इसके साथ ही यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति-2017 पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
सरकार का मानना है कि जिन स्थानों पर सरकारी सेवाएं नहीं हैं या कम हैं, उन स्थानों पर निजी अस्पतालों और मेडिकल काॅलेजों की तुलना में सहकारी सेवाएं बेहतर विकल्प साबित हो सकती हैं। इन संस्थाओं के हाथों में संचालन होने से निजी क्षेत्र की तरह मनमानी नहीं हो सकेगी।
आयुष्मान सहकार योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया – The online registration process for Ayushman Sahakar Scheme
आयुष्मान सहकार योजना का लाभ पाने के लिए online registration प्रक्रिया का पालन करना होगा, जो कि बेहद आसान है। आपको इस योजना के लिए आवेदन करने को यह स्टेप्स फाॅलो करने होंगे-
सबसे पहले आपको एनसीडीसी की अधिकृत वेबसाइट https://www.ncdc.in/ पर जाना होगा। आप चाहें तो यहाँ क्लीक करके डायरेक्ट भी जा सकतें हैं।
- इसके बाद आपके सामने एनसीडीसी का होम पेज खुल जाएगा। इस पेज पर आपको काॅमन लोन एप्लिकेशन फाॅर्म का विकल्प दिखाई देगा।
- आप इस विकल्प पर जैसे ही क्लिक करेंगे, आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आपको पूछी गई सारी जानकारी मसलन गतिविधि/लोन का मकसद, लोन का प्रकार आदि जवाब भरने होंगे।
- सारी जानकारी भरने के बाद आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस तरह आपका आवेदन पूरा हो जाएगा।
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